Saturday, November 23, 2024
spot_imgspot_img
spot_imgspot_img
Homeउत्तराखंडतृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद

तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद

रूद्रप्रयाग: तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ धाम के कपाट विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के बाद बुधवार को शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। जिसके बाद भगवान तुंगनाथ की नित्य पूजा मार्केंडेय मंदिर मक्कूमठ में संपन्न होगी। जहां बदरी-केदार मंदिर समिति ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।

सबसे ऊंचे हिमपर्वत श्रृंखला पर विराजमान तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं।  बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे वैदिक मंत्रोचारण एवं विधि विधान से मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद किए गए। इस अवसर पर डेढ़ हजार श्रद्धालुओं ने बाबा तुंगनाथ के दर्शन किए।

बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि पहली बार तुंगनाथ में एक लाख 35 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए हैं। ब्रह्म मुहूर्त में श्री तुंगनाथ के कपाट खोले गए, इसके बाद प्रातरूकालीन पूजा-अर्चना और दर्शन शुरू हुए। तत्पश्चात दस बजे से कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हुई।

बाबा तुंगनाथ के स्वयंभू लिंग को स्थानीय फूलों भस्म आदि से ढक कर समाधि रूप दे दिया गया। इसके बाद ठीक ग्यारह बजे पूर्वाह्न श्री तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। कपाट बंद होने के बाद भगवान तुंगनाथ की देव डोली मंदिर प्रांगण में आई और यहां मंदिर परिक्रमा के पश्चात देव डोली ने चोपता के लिए प्रस्थान किया।

बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार और मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने कपाट बंद होने के अवसर पर तीर्थयात्रियों का आभार जताया। मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने कहा कि कपाट बंद होने और श्री तुंगनाथ जी की डोली यात्रा सफल समापन के लिए निर्देश जारी किए गए है।

यह भी पढ़े: आतिशबाजी की दुकानों पर लाईसेंस के लिए दून के मुख्य बाजार प्रतिबंधितः डीएम

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_imgspot_img

Video Advertisment

- Advertisment -spot_imgspot_img

Most Popular