Monday, June 23, 2025
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के खटीमा स्थित आवास पर लगाया गया स्मार्ट मीटर

स्मार्ट मीटर का नियंत्रण उपभोक्ताओं के हाथ में होगा- सीएम

खटीमा: यूपीसीएल ने सीएम धामी के खटीमा स्थित आवास पर स्मार्ट मीटर लगा दिया।
शनिवारको यूपीसीएल टीम ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निजी आवास तराई नगला खटीमा परिसर में स्मार्ट मीटर लगाया। इस मौक़े पर मुख्यमंत्री ने स्मार्ट मीटर के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल की। और पूछा कि किस तरह मीटर का ऑनलाइन डाटा मोबाइल पर देखा जा सकता है। यूपीसीएल के अधीक्षण अभियंता शेखर त्रिपाठी ने स्मार्ट मीटर के बारे में जानकारी दी।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि स्मार्ट मीटर की स्थापना सभी विद्युत उपभोक्ताओं के लिए लाभप्रद होगी।

मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को आम जनता के मध्य इस मीटर की विशेषताओं को बताने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान UPCL टीम के साथ डीएम नितिन भदौरिया भी उपस्थित रहे। उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लि० द्वारा भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आर०डी०एस०एस० के अन्तर्गत प्रदेश भर में स्मार्ट मीटर की स्थापना के कार्य गतिमान हैं। इस योजना के तहत उत्तराखण्ड के 15.87 लाख उपभोक्ताओं के घरों पर स्मार्ट मीटर की स्थापना तथा परिवर्तकों व फीडर्स पर भी स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं। यह योजना पूरे देश में चल रही है तथा कई राज्यों में लाखों स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके है।

प्रबन्ध निदेशक, यूपीसीएल द्वारा राज्य के सभी विद्युत उपभोक्ताओं व सरकारी कार्यालय एवं अधिकारियों को यह नवीन तकनीक पर आधारित अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर को अपनाने हेतु अनुरोध किया गया है क्योंकि स्मार्ट मीटर एक ऐसा आधुनिक बिजली मीटर है जिसका नियंत्रण उपभोक्ताओं के हाथ में होगा।
विद्युत उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से बिजली खपत से जुड़ी सूचनाओं की ऑनलाईन उपलब्धता, पल-पल के बिजली के उपयोग की जानकारी, सभी जरूरी सूचनाओं के संदेश, गलत बिजली बिल के झंझट से छूटकारा तथा सोलर उपभोक्ताओं को इसी मीटर को नेट मीटर में बदलने की सुविधा इत्यादि सहित आसानी से बिल भुगतान के कई विकल्प उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त स्मार्ट मीटर से प्रदेश भर में बिजली चोरी में गिरावट और क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति में सुधार जैसे अन्य फायदे भी होंगे।

पूर्व में भी मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन महोदया द्वारा सभी प्रमुख सचिवों, विभागाध्यक्षों एवं जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर भी निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ सरकारी प्रतिष्ठानों/कार्यालयों / भवनों पर प्राथमिकता पर स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया में तेजी लायें और यूपीसीएल को पूर्ण सहयोग प्रदान करें ।

इससे पूर्व, कांग्रेस के विधायक तिलकराज बेहड़ ने अपने विधानसभा क्षेत्र में स्मार्ट मीटर की सख्त मुखालफत की थी। उन्होंने स्मार्ट मीटर लगाने वाली कम्पनी की टीम का विरोध करते हुए सड़क पर स्मार्ट मीटर पटक दिए थे।

स्मार्ट मीटर के लाभ

ऊर्जा की बचतः स्मार्ट मीटर वास्तविक समय में ऊर्जा की खपत की निगरानी करने में मदद करते हैं, जिससे अनावश्यक ऊर्जा खपत को नियंत्रित किया जा सकता है।

बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता

स्मार्ट मीटर स्वचालित रूप से खपत डेटा भेजते हैं, जिससे अनुमानित बिलिंग की समस्या समाप्त होती है और उपभोक्ताओं को सही बिल प्राप्त होता है।

बिलिंग सम्बन्धी शिकायतों में अप्रत्याशित कमी से बेहतर उपभोक्ता संतुष्टि ।

उपभोक्ता को खपत की डिटेल का विवरण मोबाईल एप पर उपलब्ध ।

* हर माह मीटर रीडिंग कराने से छुटकारा।

* विद्युत फाल्ट व सप्लाई बाधित होने की तुरंत जानकारी।

सोलर लगाने पर यही मीटर नेट मीटर की तरह कार्य करेगा।

मोबाइल एप पर घर में चल रहे लोड की उपलब्ध जानकारी से बिजली की बचत के अवसरों की पहचान।

* पुराने मीटर को स्मार्ट मीटर से बदलने पर कोई इंस्टॉलेशन शुल्क नहीं लिया जायेगा।

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