देहरादून: प्रांतीय पुलिस सेवा पीपीएस एसोसिएशन, उत्तराखण्ड के सदस्यों द्वारा श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड के साथ भेंट की गयी । प्रांतीय पुलिस सेवा पीपीएस एसोसिएशन, उत्तराखण्ड द्वारा पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड से उत्तराखण्ड पुलिस सेवा में डेपुटेशन को लेकर आपत्ति प्रकट करते हुए एक ज्ञापन सौंपा गया। उत्तराखण्ड पुलिस सेवा में लॉस नायक से कमांडेट स्तर तक डेपुटेशन पर नियुक्ति के प्रस्ताव को राज्य हित एवं लोक हित में ठीक नहीं होने के बारे में बताया । उत्तराखंड एक शांत प्रदेश है। यहां पैरामिलिट्री के अधिकारियों की कार्य विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है। राज्य सेवा के पर्याप्त अधिकारी है, जो राज्य की भौगोलिक, सामाजिक पृष्ठभूमि व संस्कृति का अच्छा ज्ञान रखते हैं। अर्धसैनिक बलों को विनिदिर्ष्ट कर्तव्य उनके संचालन व कार्यप्रणाली के हिसाब से विशेष व खास होते है व वह सिविल पुलिस के कर्तव्यों का निर्वहन नहीं करते हैं, केवल विशेष परिस्थितियों में राज्य सरकारों की मदद और सहायता करते हैं। अर्धसैनिक बलों के अधिकारियों की तैनाती मूलतः अशांत उपद्रवग्रस्त क्षेत्रों में की जाती है तथा उनका उदेश्य उस डिस्टर्व क्षेत्र में शांति व्यवस्था कायम करना होता है जबकि उत्तराखंड एक शांत प्रदेश है। यहां पर धार्मिक पर्यटन, कुंभ मेला मेला त्यौहार व आपदा ड्यूटी के प्रमुख बिंदु होते है। यहाँ कोई नक्सलवाद या कोई अन्य संघर्ष का केंद्र बिंदु भी नहीं है। ऐसे में इन अधिकारियों की नियुक्ति डेपुटेशन पर यहां किए जाने पर आम जनता पर भी राज्य कार्य की प्रतिकूल छवि बन जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
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