अब 24 दिसम्बर की मूल निवास व सशक्त भू कानून महारैली पर टिकी विश्लेषकों की नजरें
राजभवन कूच में कांग्रेसी क्षत्रप एक मंच पर दिखे
देहरादून: संसद से विपक्षी दलों के 143 सांसदों की अलोकतांत्रिक तरीके से की गई निलम्बन की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजभवन कूच कर जोरदार प्रदर्शन कर ताकत का इजहार किया। इस प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत, यशपाल आर्य,प्रीतम सिंह,करण मेहरा, हरक सिंह रावत, गिरा सिंह बिष्ट, एक मंच पर दिखे। मूल निवास व सशक्त भू कानून को लेकर 24 दिसंबर से ठीक पूर्व कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन व गिरफ्तारी से राजनीति गर्मा गयी।
कांग्रेस के देहरादून में किये आंदोलन के बाद अब मूल निवासव सशक्त भू कानून को लेकर परेड ग्राउंड में होने वाली रैली पर भाजपा, कांग्रेस समेत विभिन्न दलों व जनता की नजरें टिकी हुई है। कला व संस्कृति के क्षेत्र से जुड़े लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, गायिका पूनम सती समेत कई कलाकार मूल निवास से जुड़े मुद्दे पर हो रही महारैली को लेकर लगातार जनता को जोड़ने की मुहिम में जुटे है। इस बीच, राज्य सरकार दो दिन पूर्व मूल निवास पर नया आदेश जारी करने के बाद शुक्रवार को भू कानून कमेटी की रिपोर्ट के परीक्षण के लिए एक नयी ड्राफ्ट कमेटी की घोषणा कर चुकी है। यह पांच सदस्यीय ड्राफ्ट कमेटी भू कानून से जुड़े सुझाव आदि का परीक्षण करेगी।
बहरहाल, लोकसभा चुनाव से पूर्व आंदोलनकारी शक्तियां उक्रांद, परिवर्तन पार्टी समेत कई संगठन 24 दिसंबर के लिए कमर कसे हुए हैं। इस संवेदनशील मुद्दे मूल निवास व हिमाचल की तर्ज सशक्त भू कानून पर आंदोलनकारी ताकतें कांग्रेस व भाजपा पर समान ताकत से झकझोरने जा रही है।
राजभवन कूच और गिरफ्तारी से कांग्रेस ने दिखाई ताकत
शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विरोध-प्रदर्शन व नारेबाजी के साथ राजभवन की ओर कूच किया। कांग्रेसजनों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन में कांग्रेसजनों ने कहा कि लोकसभा एवं राज्यसभा में संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मसले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे विपक्षी दलों के 143 सांसदों की अलोकतांत्रिक तरीके से की गई निलम्बन की कार्रवाई का उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस विरोध करते हुए इस कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा करती है।
लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्य सभा उपसभापति ने लोकतंत्र के सभी मानकों एवं मापदण्डों पर कुठाराघात किया है। यह भाजपा के फासीवादी एवं तानाशाही चरित्र का द्योतक ही नहीं अपितु स्वस्थ लोकतंत्र के भविष्य के लिए उचित नहीं है, जिसे लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला कोई भी दल सहन नहीं करेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मेहरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सदैव लोकतंत्र एवं लोकशाही में गहरा विश्वास रहा है और आज देश में लोकतंत्र के जितने भी स्तम्भ हैं, उनकी स्थापना में महात्मा गांधी से लेकर आज तक कंाग्रेस पार्टी का एक लंबा इतिहास रहा है।
चुने हुए सांसदों को संसद से बाहर करने की यह घटना लोकतंत्र के इतिहास में काले अक्षरों में अंकित की जायेगी। स्वस्थ लोकतांत्रिक परम्परा में असहमति को भी सुनना पड़ता है तथा देश और जनता से जुडे हुए मुद्दों पर अगर लोकतंत्र के सर्वोच्च मन्दिर में चर्चा नहीं की जायेगी तो वे बतायें कि वे किस सदन में चर्चा करना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि सत्ता प्राप्ति के लिए जनता की संवेदनाओं का शोषण करने का भारतीय जनता पार्टी का लम्बा इतिहास रहा है। इस प्रकार का गिरगिटी चरित्र भारतीय जनता पार्टी की पहचान है।
और वे जब सत्ता में होते हैं तो उनके स्वयं के लिए अलग नैतिक मूल्य एवं कानून होते हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण संसद प्रकरण में विजिटिंग पास जारी करने वाले भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं जिन पर संसद कांड के सम्बन्ध मे अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।कांग्रेसजनों ने कहा कि लोकसभा एवं राज्यसभा में गतिरोध बढाने के लिए भाजपा ने मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के सांसदों के साथ जिस प्रकार की कार्रवाई की है वह भाजपा के तानाशाही रवैये को उजागर करती है।
लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्यसभा उपसभापति द्वारा की गई इस कार्रवाई का विश्व के लोकतांत्रिक देशों में अच्छा संदेश नहीं गया है तथा देश के बुद्धिजीवी वर्ग ने भी लोकसभा अध्यक्ष एवं राज्यसभा के उपसभापति के इस अलोकतांत्रिक कदम की सराहना नहीं की है। भारतीय जनता पार्टी विषेशकर गृहमंत्री अमित शाह को कांग्रेस पार्टी एवं विपक्षी दल के निलम्बित सांसदों से माफी मांगनी चाहिए तथा सरकार द्वारा संसद सुरक्षा में हुई चूक की जिम्मेदारी लेते हुए सभी सांसदों का निलम्बन वापस लिया जाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने राष्ट्रपति से मांग करते हुए कहा है कि राजनैतिक प्रतिशोध और द्वेष की भावना से प्रेरित होकर विपक्षी दल के सांसदों के खिलाफ की गई निलम्बन की कार्रवाई की कडे शब्दो में निन्दा करती है तथा देश के संवैधानिक संरक्षक होने के नाते आपसे इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए विपक्षी दल के सांसदों का निलम्बन शीघ्र वापस लिए जाने की मांग करती है।
राजभवन कूच कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह विधायक ममता राकेश, वीरेंद्र जाती, फुरकान अहमद, अनुपमा रावत, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, डॉ हरक सिंह रावत, मंत्री प्रसाद नैथानी, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, सूर्यकांत धस्माना, कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, जोत सिंह गुनसोला, रामयश सिंह, डॉ संतोष चौहान, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ,प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, हरि कृष्ण भट्ट, पूरन सिंह रावत, गोदावरी थापली, जयेन्द्र रमोला, भगवती सेमवाल, महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी, महानगर अध्यक्ष हरिद्वार सतपाल ब्रहमचारी, राजेन्द्र चौधरी, जिलाध्यक्ष लक्ष्मी अग्रवाल, मोहित उनियाल, शांति रावत, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, शीशपाल सिंह बिष्ट, अनुकृति गुसांई, सेवादल अध्यक्ष हेमा पुरोहित, विरेन्द्र पोखलियाल, मानवेन्द्र सिंह, मनमोहन मल्ल, मनीष नागपाल, राजेश चमोली, आनन्द बहुगुणा, सोहन लाल रतूडी, अनुसूचित जाति अध्यक्ष दर्शन लाल, राजेश रस्तोगी, अमरजीत सिंह, प्रभुलाल बहुगुणा।
सुजाता पॉल, पिया थापा, सुनीता प्रकाश, महेंद्र सिंह नेगी, डॉ0 प्रदीप जोशी, विनोद चौहान, आशा मनोरमा डोबरियाल, विकास नेगी, कै0 बलवीर सिंह रावत, नजमा खान, सपा के राष्ट्रीय सचिव डॉ सत्यनारायण सचान सपा, माले के इंद्रेश मैखुरी सीपीआई के समर भंडारी सीपीएम के राजेन्द्र नेगी, राजेन्द्र पुरोहित, कम्युनिस्ट पार्टी की इंदु नौटियाल, टीकाराम पाण्डेय, अर्जुन सोनकर, जगदीश धीमान, अनूप कपूर, सविता सोनकर, इलियार अंसारी, राजेश परमार, जितेन्द्र बिष्ट, उर्मिला थापा, ललित भद्री, आदर्श सूद, अनुराधा तिवाडी, अवधेश पंत, विनीत भट्ट, संजय सैनी, सावित्री थापा, डॉ0 इकबाल, मेघ सिंह, टीटू त्यागी, मालती देवी, फैजल, पूनम सिंह, विजयप्रताप मल्ल, राकेश सिंह, रेखा काण्डपाल सती, प्रणीता डोभाल, सोनिया आनन्द, अखिलेश उनियाल, जोध सिंह रावत, संग्राम पुण्डीर, डॉ सुरेन्द्र सिंह, सुशील राठी, राहुल सोनकर, देवेन्द्र सिंह, महेश प्रताप राणा, हिमांशु रावत, रिषभ जैन, गौरव अग्रवाल, लाखीराम बिजलवाण, सलमान अहमद, अब्दुस समाद, दिनेश कौशल, सचिन थापा, अर्जुन पासी, प्रमोद गुप्ता, यूनिस अहमद, अभिशेक तिवारी, लक्की राणा, विजेन्द्र चौहान, सहजाद अंसारी, राजकुमार जायसवाल, राजेश पुण्डीर, हेमन्त उप्रेती आदि सैकडों कांग्रेसजन शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री नवीन जोशी एवं महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी ने संयुक्त रूप से किया।
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