Wednesday, October 22, 2025
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उत्तराखंड को देश का अग्रणी ‘इन्वेस्टमेंट-फ्रेंडली स्टेट’ बनाने की योजना: मुख्यमंत्री धामी

PHD चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का 120 वां वार्षिक सत्र

नई दिल्ली: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में आयोजित PHD चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 120वें वार्षिक सत्र में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास और निवेश के क्षेत्र में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ₹3.56 लाख करोड़ के निवेश समझौते हुए हैं, जिनमें से 1 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर कार्य प्रारंभ हो चुका है। औद्योगिक इकाइयों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है तथा 30 से अधिक नीतियों के माध्यम से निवेश को गति प्रदान की जा रही है।

उन्होंने बताया कि काशीपुर, सितारगंज, पंतनगर और रुद्रपुर में नए औद्योगिक पार्क और टाउनशिप विकसित किए जा रहे हैं। MSME उद्यमियों के लिए रुद्रपुर, सेलाकुई और हरिद्वार में ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल पर फ्लैटेड फैक्ट्रियाँ तैयार की जा रही हैं। साथ ही किच्छा में 1000 एकड़ भूमि पर स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप की दिशा में कार्य तेजी से चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में एचीवर्स स्टेट तथा ‘स्टार्टअप रैंकिंग’ में लीडर स्टेट का दर्जा प्राप्त हुआ है। सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को देश का अग्रणी इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली स्टेट बनाना है।

उन्होंने कहा कि यू-हब की स्थापना तथा ₹200 करोड़ के वेंचर फंड से राज्य के स्टार्टअप्स को नई उड़ान मिलेगी। ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड के तहत राज्य के सभी आर्गेनिक उत्पादों को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में निवेश को बढ़ावा देने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के दौरान हुई सहमति से राज्य में औद्योगिक गतिविधियों को नई दिशा मिली है। उन्होंने बताया कि सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए “यूके-स्पाइस” नाम से निवेश प्रोत्साहन एजेंसी स्थापित की है, जो निवेशकों को समर्पित “निवेश मित्र” सुविधा प्रदान कर रही है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पारदर्शिता और त्वरित स्वीकृति व्यवस्था के कारण निवेशकों को अब लाइसेंस, भूमि आवंटन एवं औद्योगिक अनुमति प्राप्त करने में अनावश्यक कठिनाइयों का सामना नहीं करना पड़ता।

मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि देहरादून में 28 से 30 नवंबर 2025 तक आपदा प्रबंधन पर विश्व शिखर सम्मेलन (WSDM) आयोजित किया जाएगा, जिसमें वैश्विक नेता और विशेषज्ञ जलवायु परिवर्तन व आपदाओं से निपटने के लिए नवाचार और सहयोग पर विचार-विमर्श करेंगे।

इस अवसर पर PHDCCI के अध्यक्ष हेमंत जैन, उपाध्यक्ष राजीव जुनेजा, पूर्व अध्यक्ष संजीव अग्रवाल, औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधि, उद्योगपति तथा यू-कास्ट महानिदेशक दुर्गेश पंत उपस्थित रहे।

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