देहरादून: हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी यूजेवीएन लिमिटेड के मुख्यालय उज्ज्वल के साथ ही निगम के अन्य विद्युतगृहों एवं कार्यालयों में स्वतंत्रता दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल द्वारा उज्ज्वल परिसर में झंडारोहण किया गया। झंडारोहण के पश्चात निगम के कार्मिकों द्वारा विभिन्न राष्ट्रभक्तिपूर्ण गीतों एवं कविताओं का पाठ किया गया। प्रस्तुति देने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों में विवेक आत्रेय, बलबीर लाल, आदित्य राठी, अर्चना तथा गुंजन सरीन आदि शामिल थे। निगम की क्रीड़ा संबंधी गतिविधियों की जानकारी रेणु सिंह ने दी।
इस अवसर प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने खेल गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया। अपने संबोधन में निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने आजादी के संघर्ष में देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करनेे वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और क्रांतिकारियों के बलिदानों को याद करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की। डॉ. संदीप सिंघल ने इस अवसर पर निगम की उपलब्धियों और नवीन गतिविधियों की जानकारी भी दी। उन्होंने विषम परिस्थितियों के बावजूद भी जुलाई एवं अगस्त के महीनों में निगम की परियोजनाओं द्वारा रिकॉर्ड विद्युत उत्पादन का श्रेय कार्मिकों की रचनात्मकता, कठिन परिश्रम तथा निगम की बेहतरीन कार्य संस्कृति को दिया। उन्होंने कहा कि ऊर्जा उत्पादन द्वारा हम प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्र के विकास में भी यथासंभव योगदान दे रहे हैं।
उन्होंने नई जल विद्युत परियोजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अभी हाल ही में जनपद रुद्रप्रयाग में स्थित 15 मेगाावाट की मध्यमहेश्वर जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा परियोजना द्वारा जुलाई माह सेे व्यावसायिक विद्युत उत्पादन भी प्रारम्भ कर दिया गया है। इससे पूर्व सुरिंगाड लघु जल विद्युत परियोजना भी ऊर्जीकृत कर दी गई थी। डॉ. सिंघल ने बताया कि राष्ट्रीय परियोजना घोषित 300 मेगावाट की लखवाड़ बहुद्देशीय परियोजना पर भी तेजी से कार्य हो रहा है तथा इसके पूर्ण होने के उपरांत इसके डाउनस्ट्रीम में स्थित परियोजनाओं के उत्पादन में भी वृद्धि होगी।
भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि कुमाऊॅ क्षेत्र में 120 मेगावाट की सिरकारी भ्योल रूपसियाबगड़, 230 मेगावाट की सेलाउर्थिंग, 12 मेगावाट की तांकुल, 15 मेगावाट की पैनागाड, 12 मेगावाट की जिम्मागाड़, 4 मेगावाट की कंचौटी तथा 1.2 मेगावाट की कूलागाड़ लघु जल विद्युत परियोजनाओं पर हम कार्य कर रहे हैं। गढ़वाल क्षेत्र की परियोजनाओं के बारे में उन्होंने बताया कि 24 मेगावाट की भिलंगना द्वितीय, 81 मेगावाट की आराकोट-त्यूनी तथा 72 मेगावाट की त्यूनी-प्लासू जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण कार्यों हेतु प्रक्रिया गतिमान है।
राज्य की बढ़ती हुई ऊर्जा आवश्यकताओं को देखते हुए डॉ. सिंघल ने कहा अब हमें उत्तराखण्ड की भौगोलिक पस्थितियों के अनुकूल एवं उपलब्ध संसाधनों के आधार पर ऊर्जा उत्पादन के नए एवं गैर पारंपरिक और कम प्रचलित स्रोतों पर ध्यान केन्द्रित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूर्व से स्थापित जल विद्युत परियोजनाओं के निकट पंप स्टोरेज परियोजनाओं की स्थापना, जियो थर्मल विद्युत उत्पादन, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की स्थापना, ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी, फ्लोटिंग टरबाइनों की स्थापना आदि की दिशा में योजनाएं बनाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि जलविद्युत एवं अन्य विभिन्न ऊर्जा परियोजनाओं पर तेजी से कार्य करने के उद्देश्य से यूजेवीएन लिमिटेड और टीएचडीसी का एक संयुक्त उपक्रम बनाया गया है तथा अभी हाल ही में भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय द्वारा दोनों निगमों के इस संयुक्त उपक्रम को कोयला आधारित तापीय विद्युत संयत्र की स्थापना हेतु सैद्धांतिक स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर निगम के निदेशक परियोजनाएं सुरेश चंद्र बलूनी, निदेशक परिचालन ए.के.सिंह, अधिशासी निदेशक सुधाकर बडोनी, पंकज कुलश्रेष्ठ, दिग्विजय सिंह, आशीष जैन तथा महाप्रबंधक विवेक आत्रेय, के.के. जायसवाल, विकास बहुगुणा आदि के साथ ही बड़ी संख्या में निगम के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अधिशासी अभियंता मुख्यालय राकेश चौहान द्वारा किया गया।