Tuesday, June 24, 2025
Homeउत्तराखंडचमोली बद्रीनाथ धाम में टूटा ग्लेशियर,कई मजदूर दबे

चमोली बद्रीनाथ धाम में टूटा ग्लेशियर,कई मजदूर दबे

सीमांत माणा गांव से आगे टूटा ग्लेशियर

बर्फ में दबे 15 मजदूरों को निकाला

बदरीनाथ: बीते दो दिन से हो रही बर्फबारी व बारिश तबाही लेकर आई। शुक्रवार की दोपहर बदरीनाथ धाम के आगे माणा में ग्लेशियर टूटने से 57 मजदूर बर्फ में दब गए। 15 को बचा लिया गया है। इन मजदूरों को माणा गांव के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दुर्घटना की सूचना मिलते ही SDRF की टीम मौके के लिए रवाना कर दी गयी है। नजदीकी पोस्ट जोशीमठ से SI देवीदत्त बर्थवाल के नेतृत्व में SDRF टीम घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं। साथ ही गौचर एवम सहस्रधारा, देहरादून पोस्ट पर हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को तैयार कर दिया गया है।

सचिव आपदा प्रबंधन विनोद सुमन ने बताया कि बर्फ गिरने के बाद 57 मजदूर दब गए. हालांकि 15 को बचा लिया गया है।

मिली जानकारी के मुताबिक सीमांत गांब माणा से आगे सड़क निर्माण का कार्य चल रहा था। इसी बीच, ग्लेशियर टूट गया। कई मजदूर अभी ग्लेशियर में दबे हैं।

श्री बद्रीनाथ धाम के पास माणा में हुई हिमस्खलन की घटना के बारे में पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि माणा गाँव, ज़िला चमोली के पास हिमस्खलन की घटना में बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइज़ेशन (BRO) के कुल 57 श्रमिक प्रभावित हुए।

कमांडेंट BRO के अनुसार, अब तक 15 श्रमिक सुरक्षित हैं, जबकि 42 लापता थे। एसडीआरएफ की एक टीम जोशीमठ से रवाना हो चुकी है। लामबगड़ में सड़क अवरुद्ध होने के कारण सेना से संपर्क कर मार्ग खोलने की प्रक्रिया चल रही है। दूसरी टीम को सहस्रधारा हेलीपैड पर अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्र के सटीक निर्देशांक प्राप्त किये गए हैं। मौसम की स्थिति में सुधार होते ही एसडीआरएफ की हाई-एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम को हेलीकॉप्टर से निकटतम उपलब्ध स्थान पर उतारा जाएगा।

SDRF एवं जिला प्रशासन द्वारा BRO एवं सेना के साथ समन्वय किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि SDRF ड्रोन की टीम को भी तैयारी हालात में रखा गया है। भारी बर्फबारी के कारण फिलहाल ड्रोन ऑपरेशन संभव नहीं हो पाया है।

अब तक 5 और व्यक्तियों को निकाला गया है, जिनमें से 3 घायल हैं और उन्हें सेना अस्पताल, माणा में भर्ती कराया गया है, जबकि 2 सामान्य स्थिति में हैं।

कुल श्रमिक – 57
अब तक सुरक्षित निकाले गए – 15
लापता – 42

प्रभावितों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।”

दुर्घटना का पता चलते ही प्रशासन और बीआरओ की टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि मई में धाम के कपाट खुलेंगे।

जनपद चमोली में माणा गांव के निकट BRO द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।

ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं। – मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_imgspot_img

Most Popular