देहरादून: उत्तरकाशी जिले के धराली में आज दोपहर को बादल फटा. जिसके कारण खीरगंगा नदी में भीषण बाढ़ आ गई. रौद्र रूप में आई खीरगंगा नदी ने धराली के पूरे बाजार को अपनी चपेट में लिया. सुबह तक धराली को ये बाजार खुशनुमा माहौल से गुलजार था. हल्की बारिश की बूंदें, ठंडा मौसम इसकी खूबसूरती को चार चांद लगा रहा था, मगर दोपहर के बाद कुछ ही सेकेंड में जलप्रलय की घटना ने धाराली बाजार का नक्शा ही बदल दिया .
धराली बाजार के ताजा हालतों की बात करें तो यहां चारों ओर बर्बादी के निशान हैं. धराली बाजार के होटल, घर मलबे में दबे हुये हैं. चारों ओर राहत बचाव कार्य के शोर के बीच एक अलग सी वीरानी से छाई हुई है. ये वीरानी चीख चीखकर कुछ ही घंटों पहले आई आपदा की कहानी बयां कर रही है.
धराली बाजार अब सिर्फ एक मलबे का ढेर बनकर रह गया है. इस मलबे के ढेर में कई सपने, यादें दबी हैं. कई लोगों के अपने भी अभी भी इस मलबे के ढेर में जीवन और मौत की जंग लड़ रहे हैं, जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. जिसके लिए सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, जिला प्रशासन की टीमें लगी हैं.

वहीं, अगर पुराने धराली बाजार की बात करें तो ये हमेशा से गंगोत्री यात्रा का प्रमुख पड़ाव रहा है. जिसके कारण यात्रा सीजन में यहां सुबह से लेकर शाम तक चहल पहल देखने को मिलती है. यहां का छोटा सा बाजार इन दिनों यात्रा सीजन में श्रद्धालुओं से गुलजार रहता है. बरसात के सीजन में यात्रा धीमी पड़ती है तो यहां भी उसका असर दिखता है.

धराली में जल प्रलय के बाद ये सब तबाह हो गया है. खीरगंगा के रौद्ररूप के कारण धराली बाजार पूरी तरह से नष्ट हो गया है. यहां चारों और बर्बादी की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं. जिससे उबरने में कुछ समय जरूर लगेगा.
बता दें उत्तरकाशी जिले धराली में बादल फटने से तबाही की खबर है. बताया जा है कि खीरगाड़ में भीषण बाढ़ से 4 लोगों की मौत हुई. साथ ही इसमें कई लोगों के मलबे में दबने की आशंका है. मौके पर राहत बचाव कार्य के लिए जिला प्रशासन,सेना, SDRF, NDRF एवं अन्य संबंधित टीमें पहुंच चुकी है.