देहरादून: उत्तराखंड में हरित ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से चलाई जा रही मुख्यमंत्री सौर ऊर्जा स्वरोजगार योजना (Mukhyamantri Solar Self-Employment Scheme) के अंतर्गत, 5265 किलोवॉट क्षमता के पांच सोलर पॉवर प्लांट को स्वीकृति प्रदान की गई है।
राज्य में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत राज्य सरकार मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना (Mukhyamantri Solar Self-Employment Scheme) संचालित कर रही है। इसी क्रम में शासन द्वारा अधिसूचित उत्तराखंड राज्य सौर नीति-2023 के अंतर्गत, टाइप-टू श्रेणी में उरेडा द्वारा आवेदन के लिए इसी वर्ष 20 जुलाई को प्रस्ताव आमंत्रित किये गए थे।
ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि शासन स्तर पर उनकी अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय अनुवीक्षण समिति द्वारा पांच प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। इनकी कुल क्षमता 5265 किलोवॉट है। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं से राज्य में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में लगभग 24 करोड़ का निवेश होगा, साथ ही हरित ऊर्जा को प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने बताया कि राज्य में हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना (Mukhyamantri Solar Self-Employment Scheme) के साथ ही उत्तराखंड पॉवर कॉर्पोरेशन लिमोटेड के घरेलू उपभोक्ताओं म लिए रूफटॉप सोलर पावर प्लांट की स्थापना की जाती है जिस पर केंद्र के अलावा राज्य सरकार द्वारा भी अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान की जाती है।
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