देहरादून: भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के प्रति लोगों में फिर से विश्वास पैदा होने लगा है। अनियमित दिनचर्या और असंतुलित खानपान से पैदा हो रही बीमारियों का उचित और किफायती उपचार आयुर्वेद में ही संभव है। यह कहना है ब्लेस्ड आयुर्वेद चिकित्सालय के डाॅक्टर जितेन्द्र पांडे का।
लगभग 15 साल के चिकित्सीय अनुभव के बाद देहरादून निवासी डॉ. दीप्ति पांडे और डॉ. जीतेंद्र पांडे ने देहरादून के धर्मपुर चौक के पास “ब्लेस्ड आर्युवेद हॉस्पिटल” की शुरुआत की है। डॉक्टर दीप्ति पांडे आयुर्वेद पंचकर्म में एमडी हैं। जबकि डाॅक्टर जितेन्द्र पांडे जनरल सर्जरी में एम.एस. हैं। दोनों ही अपने अपने विषय में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। इस अवसर पर डाक्टर दीप्ति पांडे ने बताया कि महिलाओं, पुरुषों और बच्चों में होने वाली सभी व्याधियों का उपचार उनके चिकित्सालय में पंचकर्म, क्षार सूत्र, शिरोधारा, अग्निकर्म आदि आयुर्वेद की परम्परागत विधियों द्वारा सामान्य खर्च पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मोटापा, त्वचा रोग, शरीर की गांठें, पेट की बीमारियां, प्रोस्टेट, सभी प्रकार के दर्द के साथ ही शारीरिक कमियों के कारण संतानप्राप्ति संबंधी जटिलताओं का बेहतरीन उपचार भी उनके चिकित्सालय में उपलब्ध है।
आयुर्वेदिक शल्य चिकित्सा में विशेषज्ञता प्राप्त डाॅक्टर जितेन्द्र पांडे ने इस अवसर पर बताया कि नवनिर्मित चिकित्सालय में माइनर ऑपरेशन थिएटर भी बनाया गया है जिसमें आयुर्वेदिक शल्य चिकित्सा के द्वारा गुदा मार्ग, प्रोस्टेट, हाइड्रोसिल आदि के सामान्य ऑपरेशन उपलब्ध होंगे।
ब्लेस्ड आयुर्वेद चिकित्सालय के शुभारंभ के अवसर पर देहरादून के मेयर सुनील उनियाल “गामा”, कपकोट विधायक सुरेश गड़िया, राज्यमंत्री शिव सिंह बिष्ट, खेल निदेशक रीना कौशल धर्मशक्तू, प्रशासनिक अधिकारी हिमांशु कफलटिया, आयुष विभाग के पूर्व निदेशक डॉ. यतेंद्र सिंह रावत, सत्ये सिंह कृथवाल, वरिष्ठ पत्रकार अनुपम त्रिवेदी, प्रवीन भट्ट, सामाजिक कार्यकर्ता भावना पांडे, हेमलता तिवारी, आर.जे. काव्य आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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