पिथौरागढ़: जनपद में तेजी से बढ़ रहे पीलिया संक्रमण के मामलों की रोकथाम करना अति आवश्यक है जिसके लिए जिलाधिकारी (DM) पिथौरागढ़ रीना जोशी द्वारा विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की गई। बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को एक्टिव मूड में रहकर कार्य करने के निर्देश दिए गए। नगरपालिका पिथौरागढ़ में पीलिया के लगभग 23 केस हैं। पानी के टैंक के पास बना शिविर टैंक, पानी के टैंक की लंबे समय से सफाई ना होना और पानी में पॉलीफॉर्म की अधिक मात्रा के कारण बढ़ रही है पीलिया की समस्या। पीलिया से बचने के लिए पानी को उबालकर प्रयोग करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद अंतर्गत पीलिया संक्रमित रोगियों की नाम व फोननंबर सहित सूची तैयार करें और जांच के लिए आ रहे मरीजों के 1 सप्ताह पूर्व का खान-पान, और निवास स्थान के साथ ही मरीज द्वारा किस प्रकार के पानी का उपयोग किया गया उसकी भी जानकारी प्राप्त करें। जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद अंतर्गत सभी स्कूल, विद्यालयों और हॉस्टलों आदि में रखे पानी टैंकों की सफाई की जाए और टैंक के पानी की जांच की जाए तथा पानी के दूषित होने पर उसका प्रयोग ना करें।
जिलाधिकारी (DM) ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को 1 सप्ताह के अंदर जनपद के सभी स्कूल, विद्यालयों और हॉस्टलों आदि के पानी टैंकों की सफाई कर सूची प्रस्तुत करने के निर्देश। इसके साथ ही ईई जल संस्थान को निर्देश दिए कि वाटर टैंक के पानी की जांच की जाए और टैंक की सफाई की जाए यदि टैंक का पानी दूषित है तो उसकी सप्लाई ना करें इसके साथ ही वाटर टैंक और निजी कुए के पानी के सैंपल भी लिए जाएं, पानी दूषित होने की स्थिति में पानी के सेवन पर रोक लगाई जाए। जिलाधिकारी द्वारा ईओ नगर पालिका को निर्देश दिए गए कि स्रोतों और धारों आदि के निकट फ्लेक्सी के माध्यम से लोगों को पानी के उपयोग के प्रति जागरूक किया जाए तथा पानी को उबालकर पीने का संदेश दिया जाए।
खुले में मांस विक्रय कर रहे मांस विक्रेताओं का दंड स्वरूप चालान काटने व दुकान सीज करने के साथ ही मांस की गुणवत्ता की जांच करने तथा सार्वजनिक शौचालय के समीप खुले में फल फ्रूट व अन्य खाद्य सामग्री विक्रेताओं के ठेलों को हटाने के निर्देश दिए। इसके अलावा सकिंग मशीन के माध्यम से सीवर टैंक व सोक्ता टैंक की सफाई करने के भी निर्देश दिए। उप जिलाधिकारी सदर अनुराग आर्य द्वारा निर्मल वाटर कनस्तर के पानी के नमूने लिए गए जिसमें पॉलीफॉर्म की मात्रा पाई गई, जिसको जिलाधिकारी द्वारा बंद करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा जनपद अंतर्गत निवासरत सभी जनपद वासियों का उत्तम स्वास्थ्य बहुत जरूरी है और उन्हें स्वस्थ रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।