जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने किया रानीखेत तहसील का निरीक्षण
रानीखेत: गत दिवस जिलाधिकारी अंशुल सिंह ने रानीखेत तहसील का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने राजस्व अभिलेखों के रख-रखाव, नागरिक सेवाओं की स्थिति, भूमि विवादों के निस्तारण एवं राजस्व न्यायालयों की कार्यप्रणाली की विस्तार से समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कर्मचारियों की उपस्थिति, अभिलेखों के रखरखाव , लंबित प्रकरणों की स्थिति तथा राजस्व अभिलेखों की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि जनसुनवाई प्रकरणों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से किया जाए, ताकि आमजन को अनावश्यक रूप से तहसील कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें।
जिलाधिकारी ने कहा कि राजस्व विभाग शासन और जनता के बीच की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है, अतः प्रत्येक कर्मचारी को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूर्ण निष्ठा और संवेदनशीलता के साथ करना चाहिए।

इस अवसर पर उन्होंने तहसील परिसर की सफाई व्यवस्था, अभिलेख कक्षों की दशा और भवन की आवश्यक मरम्मत कार्यों का भी जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि तहसील परिसर को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाए रखने हेतु नियमित मॉनिटरिंग की जाए तथा नागरिकों के बैठने और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए।
जिलाधिकारी ने राजस्व अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि भूमि संबंधी विवादों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए और प्रत्येक प्रकरण की सुनवाई पारदर्शी तरीके से की जाए। निरीक्षण के दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रानीखेत गौरी प्रभात सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
सीएम हेल्पलाइन समीक्षा में एक्शन मोड में डीएम अंशुल सिंह — हर शिकायत का समाधान तय समय में होगा
लापरवाह अधिकारी सतर्क हों — सीएम हेल्पलाइन समीक्षा में जिलाधिकारी का सख्त संदेश
जिलाधिकारी अंशुल सिंह की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जनता की शिकायतों का निस्तारण तय समय सीमा के भीतर और गुणवत्तापूर्ण रूप से किया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन सरकार की प्राथमिकता है, इसलिए हर अधिकारी इसकी गंभीरता को समझे और प्रत्येक शिकायतकर्ता को कॉल कर व्यक्तिगत रूप से समस्या की जानकारी ले। उन्होंने कहा कि अधिकारी ग्रामीणों की समस्याओं को संवेदनशीलता से समझें, क्योंकि जनता प्रशासन के पास बहुत उम्मीद के साथ आती है।
बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी अधिकारी को किसी कारणवश बैठक में उपस्थित होना संभव न हो तो पूर्व अनुमति लें और ऑनलाइन माध्यम से बैठक में जुड़ना सुनिश्चित करें ।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेयजल , राशन कार्ड , स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाओं से संबंधित शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जाए, और आवश्यकता पड़ने पर स्थल निरीक्षण भी किया जाए।
बैठक में अपर जिलाधिकारी युक्ता मिश्र ,मुख्य चिकित्साधिकारी नवीन चंद्र तिवारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


