खटीमा: चंपावत जिले के बनबसा में लैंडपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से लैंड पोर्ट का निर्माण किया जा रहा है. यह पोर्ट भारत और नेपाल सीमा पर 500 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है. इस परियोजना के पूरा होने से भारत और नेपाल के बीच न केवल यातायात और लॉजिस्टिक का आदान-प्रदान सुगम होगा. बल्कि, दोनों देशों के आपसी संबंध भी और ज्यादा मजबूत होंगे. वहीं, आज सीएम पुष्कर धामी ने लैंड पोर्ट परियोजना और फोर लेन एलिवेटेड रोड निर्माण का स्थलीय निरीक्षण किया.
बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत के बनबसा गुदमी क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने भारत सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना लैंड पोर्ट का निरीक्षण किया. इस दौरान सीएम धामी ने लैंड पोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों से निर्माण संबंधित जानकारी ली. उन्होंने इस परियोजना को भारत-नेपाल के बीच सुगम यातायात एवं व्यापारिक गतिविधियों के विस्तार के रूप में महत्वपूर्ण बताया. सीएम धामी ने कहा कि इस लैंड पोर्ट फोर लेन एलिवेटेड सड़क निर्माण के बाद करीब 10 हजार वाहन रोजाना भारत-नेपाल के बीच इस अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर फर्राटा भरेंगे.
बनबसा, चंपावत में लैंडपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा निर्माणाधीन लैंड पोर्ट परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। ₹500 करोड़ से अधिक की लागत से बन रहा यह लैंड पोर्ट आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के “कनेक्टिविटी फॉर ग्रोथ” के विज़न को साकार करने की दिशा में एक… pic.twitter.com/uJEjC5WrId
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 24, 2025
वहीं, सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि भारत-नेपाल के बीच यातायात सुगमता एवं व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए चार किलोमीटर लंबे फोर लेन एलिवेटेड सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है. जबकि, व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए लैंड पोर्ट का निर्माण गतिमान है. उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल के बीच करीब 500 करोड़ की लागत से बन रही यह महत्वपूर्ण परियोजना दोनों देशों के बीच यातायात सुगमता एवं व्यापारिक गतिविधियों के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.

निर्माण के बाद भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फर्राटा भरेंगे 10 हजार वाहन: अभी जहां रोजाना 2 हजार वाहनों का इस अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर आवागमन होता है तो वहीं निर्माण के बाद लगभग 10 हजार वाहन इस भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फर्राटा भरेंगे. वहीं, सीएम धामी ने इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्षेत्र की जनता की तरफ से आभार जताया है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे. इसके साथ ही यह लैंड पोर्ट सीमावर्ती क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा.
खास है यह अंतरराष्ट्रीय मार्ग: बता दें कि उत्तराखंड से लगे नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रदेश से भारत की राजधानी दिल्ली को जोड़ने वाला यह अंतरराष्ट्रीय मार्ग जहां सबसे कम दूरी पर पड़ता है तो वही उत्तराखंड के बनबसा से नेपाल के महेंद्रनगर कंचनपुर जिले को जोड़ने वाले फोर लेन सड़क एवं लैंड पोर्ट निर्माण के बाद यातायात एवं व्यापारिक गतिविधियों के नई ऊंचाइयों पर जाने की संभावना है.


