कलेक्शन सेंटर पर ₹50/किलो की दर से खरीदे जाएंगी पिरूल की पत्तियां
रुद्रप्रयाग: सीएम धामी ने स्थानीय जंगल में बिखरी हुई पिरूल की पत्तियों को एकत्र करते हुए जन-जन को इसके साथ जुड़ने का संदेश दिया। पिरूल की सूखी पत्तियां वनाग्नि का सबसे बड़ा कारण होती हैं। मेरा प्रदेश की समस्त जनता से अनुरोध है कि आप भी अपने आस-पास के जंगलों को बचाने के लिए युवक मंगल दल, महिला मंगल दल और स्वयं सहायता समूहों के साथ मिलकर बड़े स्तर पर इसे अभियान के रुप में संचालित करने का प्रयास करें
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami today while cleaning the Pirul in Ratuda of Rudraprayag district, directed to start Mission Pirul Lao-Paise Pao to prevent forest fire. Under this mission, with the aim of reducing forest fire, the Pirul lying in the forest will be… pic.twitter.com/GnwgtSlqqY
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 8, 2024
उन्होंने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए सरकार ‘पिरूल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन पर भी कार्य कर रही है। इस मिशन के तहत जंगल की आग को कम करने के उद्देश्य से पिरूल कलेक्शन सेंटर पर ₹50/किलो की दर से पिरूल खरीदे जाएंगे।इस मिशन का संचालन पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा किया जाएगा इसके लिए ₹50 करोड़ का कार्पस फंड पृथक रूप से रखा जाएगा।