उत्तराखंड : केदारनाथ धाम में थार वाहन का आनंद लूट रहे और अपने परिचित स्वास्थ्य श्रद्धालुओं को हेलीपैड से केदारधाम मंदिर तक थार में पहुँचा रहे अधिकारियों के ख़िलाफ़ अब सख़्त कार्रवाई होगी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारी को निर्देश जारी कर दिए हैं।
केदारनाथ धाम में थार वाहन आज कल चर्चाओं में है दरअसल पर्यटन विभाग कुछ दिन पहले केदारनाथ धाम में सेना के हेलीकॉप्टर से थार वाहन को मंगवाया था। और इसके पीछे का मक़सद था कि केदारनाथ धाम में जो लोग बुजुर्ग या जिनका स्वास्थ्य ख़राब है ज़्यादा चल नहीं सकते उन्हें मंदिर परिसर तक थार जीप की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
लेकिन केदारनाथ धाम में पहुँची थार चर्चा में इसलिए आ गई कि लोगों ने सवाल उठा दिए कि आख़िर भीड़ भाड़ वाले धार्मिक स्थल पर इस तरह के वाहन का कोई औचित्य नहीं है।वही सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हुई जिसमें स्वस्थ व्यक्ति 3-4 पुरुष महिलाएं थार से मंदिर तक पहुंचे थे।थार में बैठे स्वस्थ्य व्यक्तियों की यह विडियो जब वायरल हुई तो लोगों ने इसका विरोध किया।
वहीं अब केदारनाथ में थार वाहन पर सामान्य यात्रियों को ले जाने वाले वीडियो पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्य सचिव का कहना है कि केदारनाथ में थार वाहन में सामान्य व्यक्तियों को ले जाने की अनुमति नहीं है। जिस अधिकारी ने इन व्यक्तियों को अनुमति दी है उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। केदारनाथ में थार वाहन भेजने का विरोध किया गया था।
केदारनाथ धाम में थार वाहन से मजे लूट रहे सामान्य यात्रियों को ले जाने वाले वीडियो पर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कड़ा रुख अपनाया है। स्वास्थ्य श्रद्धालुओं को हेलीपैड से केदारधाम मंदिर तक थार में पहुँचा रहे अधिकारियों के ख़िलाफ़ अब सख़्त कार्रवाई होगी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने जिलाधिकारी को निर्देश जारी कर दिए हैं।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा है कि केदार धाम में पर्यटन विभाग की ओर से थार को मंगवाया गया था ताकि अस्वस्थ श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुँचाया जाए, लेकिन वायरल वीडियो उनके संज्ञान में आया है और इस पर अब कार्रवाई की जाएगी। जिस संबंधित अधिकारी ने भी स्वस्थ लोगों को थार से मंदिर तक आने की परमिशन दी थी। उसके ख़िलाफ़ भी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जिलाधिकारी को मुख्य सचिव की ओर से दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है।