लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज मजदूर किसान महापंचायत हो रही है। महापंचायत के साथ किसानों और मजदूरों की राजभवन का भी घेराव करने की तैयारी है। किसान संगठनों का आरोप है कि सरकार किसानों से किए वादों को पूरा नहीं कर रही है। किसान अपनी समस्याओं को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौपेंगे। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत प्रदर्शन में शामिल होंगे। हजारों की तादाद में किसान सुबह 11 बजे इको गार्डन में इकट्ठा होंगे एक दर्जन से ज्यादा किसान संगठन लखनऊ में संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
- एयरपोर्ट, सड़क परियोजना या आवासीय योजना के लिए जबरन भूमि अधिग्रहण न किया जाए।
2. खेतों में बाड़, कंटीले तार या अन्य तरीके से घेरेबंदी पर रोक न लगाई जाए. ट्रैक्टर ट्राली के अलग-अलग इस्तेमाल पर पाबंदी न लगाई जाए।
3. गन्ने का बकाया भुगतान किसानों को पर्ची मिलने के एक महीने के भीतर ही किया जाए। गन्ना बकाया भुगतान में देरी पर ब्याज किसानों को मिले। गन्ने का समर्थन मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए।
4. किसानों को सिंचाई और अन्य कृषि कार्यों के लिए बिजली आपूर्ति की गारंटी दी जाए। बिजली संशोधन बिल के जरिये किसानों की कम लागत पर विद्युत आपूर्ति को रोकने का प्रयास न हो।
5. उत्तर प्रदेश में 2017 में हुई किसान कर्ज माफी के बाद बड़ी राहत किसानों को नहीं मिली है। यूपी खासकर पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों को भारी बारिश से हुए नुकसान को देखते हुए किसान कर्ज माफी योजना का लाभ बिना किसी शर्तों के दिया जाए।
6. किसान आंदोलन के दौरान किसानों, किसान नेताओं पर दर्ज मुकदमों की पूरी तरह से वापसी हो। एफआईआर के कारण तमाम युवाओं का भविष्य बर्बाद होने से बचाया जाए।