लखनऊ: लोकसभा आम चुनावों की घोषणा के बाद अब बुधवार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi ) फुल एक्शन में नजर आएंगे। चुनावी रैलियों से पहले सीएम योगी प्रदेश के अंदर प्रबुद्ध सम्मेलनों के जरिए अलग-अलग जनपदों में प्रबुद्ध लोगों से वार्तालाप करेंगे और सरकार द्वारा किए गए कार्यों का पूरा लेखा-जोखा प्रस्तुत करेंगे। मुख्यमंत्री (CM Yogi ) के प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होने जा रही है, जहां पहले कुछ चरणों में चुनाव भी होने वाला है। 31 मार्च तक प्रस्तावित इन सम्मेलनों के माध्यम से सीएम योगी यहां लोगों के साथ संवाद स्थापित कर वह चुनावों से पूर्व ‘फिर एक बार मोदी सरकार’के संकल्प की चुनावी जमीन तैयार करेंगे।
5 दिन लगातार 15 सम्मेलनों में लेंगे हिस्सा
भारतीय जनता पार्टी, उत्तर प्रदेश द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार, सीएम योगी 27 से 31 मार्च तक यानी 5 दिनों में 15 जनपदों को कवर करेंगे। उनके प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत बुद्धवार 27 मार्च को मथुरा, मेरठ और गाजियाबाद से होगी, जहां वह गणमान्य लोगों के साथ ही आम लोगों से भी संवाद स्थापित करेंगे।
इन प्रबुद्ध सम्मेलनों के माध्यम से सीएम योगी (CM Yogi ) प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। साथ ही डबल इंजन की सरकार में आम लोगों तक पहुंच रही योजनाओं के बारे में भी बात करेंगे। सीएम योगी ने 2023 में निकाय चुनावों से पहले भी प्रबुद्ध सम्मेलन किए थे, जिसका भाजपा को भरपूर लाभ मिला था और पार्टी ने सभी नगर निगमों में क्लीन स्वीप किया था। सीएम योगी एक बार फिर प्रबुद्ध सम्मेलन के माध्यम से लोकसभा चुनावों में क्लीन स्वीप का मिशन लेकर मैदान में उतरने वाले हैं।
पहले तीन चरणों में पश्चिमी यूपी में होना है चुनाव
सीएम योगी (CM Yogi ) के इन प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से हो रही है, जहां शुरुआती चरणों में चुनाव होना है। पहले चरण यानी 19 अप्रैल 2024 को सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में चुनाव होना है तो वहीं दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा में चुनाव होना है।
इसी तरह तीसरे चरण में संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं और बरेली जैसे जनपदों में चुनाव की घोषणा हुई है। इसी कार्यक्रम को देखते हुए सीएम योगी के प्रबुद्ध सम्मेलनों की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से की जा रही है, ताकि उनके संवाद का ज्यादा से ज्यादा असर आम लोगों तक हो सके।