नई दिल्ली: पंजाब के पटियाला में खालिस्तान विरोधी प्रदर्शन को लेकर शिवसेना और शिअद (अमृतसर) कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा भड़क गई। कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों को गोलियां चलानी पड़ीं और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पटियाला के काली देवी मंदिर के पास आज दो गुटों में झड़प हो गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में खालिस्तान समर्थक समर्थकों ने तलवारें लहराईं और शिवसेना कार्यकर्ताओं पर पथराव किया। हालांकि राहत की बात यह है कि पटियाला में ये दोनों समुदाए आमने सामने नहीं आए। इसी के चलते भारी नुकसान होने से बचाव हो गया है। लेकिन दो नागरिकों से घायल होने की जानकारी भी सामने आ रही है। इनमें से एक युवक सिख समुदाए से है जबकि दूसरा व्यक्ति दूसरे समुदाय से है।
खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा आज हरियाणा में डीसी कार्यालयों पर झंडे लगाने का फरमान जारी करने के बाद शिवसेना ने विरोध मार्च निकालने का फैसला किया था। 29 अप्रैल खालिस्तान स्थापना दिवस है।
इसका जवाब देते हुए शिवसेना के पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला ने घोषणा की कि उनका संगठन 29 अप्रैल को पटियाला में खालिस्तान विरोधी मार्च निकालेगा।