देहरादून: पोषण व्यक्ति के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जैसे स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है, वैसे ही हमारे दैनिक आहार में लवण, विटामिन, प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों का होना जरूरी है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि भाजपा पूरे प्रदेश में सामाजिक न्याय पखवाड़े के तत्वधान में पोषण अभियान चला रही हैं। उन्होनें बताया कि सामुदायिक लामबंदी सुनिश्चित करने और लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए, हर साल सितंबर के महीने को पूरे देश में पोषण माह के रूप में मनाया जाता है। चौहान ने बताया कि पोषण अभियान कार्यक्रम न होकर एक जन आंदोलन और भागीदारी है। इस कार्यक्रम की सफलता में जहां जन-जन का सहयोग आवश्यक है वहीं स्थानीय नेताओं, पंचायत प्रतिनिधियों, स्कूल प्रबंधन समितियों, सरकारी विभागों, सामाजिक संगठनों, तमाम सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की समावेशी भागीदारी भी अपेक्षित है।
उन्होंने ने बताया इस अभियान का मकसद देश भर में जमीनी स्तर तक पोषण जागरूकता से संबंधित गतिविधियां चलाई जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग जैसे कार्यान्वयन विभाग और एजेंसियां आशा, एएनएम के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के माध्यम से गतिविधियों को अंजाम दें रहे है और महिलाओं और बच्चों के स्वस्थ भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए समग्र पोषण का संदेश भाजपा कार्यकर्ता दे रहे हैं।
मनवीर चौहान ने बताया की 8 मार्च, 2018 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समग्र पोषण या पोषण अभियान के लिए प्रधानमंत्री ने व्यापक योजना की शुरुआत की थी, जिसे अब राष्ट्रीय पोषण मिशन के रूप में भी जाना जाता है। यह बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है।
मनवीर चौहान नें बताया की पोषण अभियान ने बच्चों के कम पोषण और जन्म के समय कम वजन को सालाना 2 प्रतिशत और एनीमिया को 3 प्रतिशत तक कम करने और देश में अच्छे पोषण के लिए एक जन आंदोलन बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अब उसके सुखद परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं और भाजपा संगठन निरंतर जागरुकता अभियान चला रहा है। उन्होने बताया की करोना के दौरान भी बच्चों के पोषण की चिंता करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन योजना के साथ ही ‘मिड डे मील’ कार्यक्रम को समावेशित किया। यह बच्चों के पोषण स्तर को सुरक्षित बनाएं रखने में मदद करने के साथ-साथ महामारी के इस दौर में मौजूदा चुनौतीपूर्ण समय में भी उनकी प्रतिरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध हुई।
उन्होंने बताया कि एकमुश्त विशेष कल्याण उपाय से देश भर में 11.20 लाख सरकारी और ग़ैर सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा एक से 8वी तक पढ़ने वाले लगभग 11.8 करोड़ बच्चों को लाभ हुआ। केंद्र सरकार द्वारा इस उद्देश्य के लिए राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को लगभग 1200 करोड रुपए की अतिरिक्त धनराशि दी गई।
मोदी सरकार ने अपने 7 साल के कार्यकाल में महत्वपूर्ण योजनाओं के द्वारा पोषण अभियान को गति देने का कार्य किया जिसमें प्रमुख रुप से पोषण पकवाड़ा, पोषण महा, पोषण वाटिका, मिशन इंद्रधनुष, मात् वदन योजना, जननी सुरक्षा योजना को लाने का अहम कार्य किया। इस कार्य को उत्तराखंड की राज्य सरकार ने कदम से कदम मिलाकर सही दिशा देने का निरंतर प्रयास किया।